राजद प्रमुख तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अपनी पार्टी को सशक्त बनाने के लिए युवाओं, गरीबों और महिलाओं को अपना मुख्य आधार बना रहे हैं। बिहार के राजनीतिक परिदृश्य में बदलते सामाजिक और आर्थिक हालात को देखते हुए तेजस्वी यादव ने इन वर्गों को केंद्र में रखते हुए चुनाव रणनीति बनाई है।
युवाओं को रोजगार, शिक्षा और कौशल विकास के अवसर देने का वादा तेजस्वी यादव ने बार-बार किया है। इसके साथ ही गरीब और पिछड़े वर्गों के लिए सामाजिक न्याय और आर्थिक सहायता को चुनावी एजेंडा का हिस्सा बनाया गया है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भी राजद ने कई योजनाओं की घोषणा की है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रमुख हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, तेजस्वी यादव की यह रणनीति बिहार के मतदाताओं में व्यापक पैमाने पर समर्थन हासिल कर रही है। खासकर ग्रामीण और शहरी गरीब वर्ग इस सोच को पसंद कर रहे हैं। विपक्षी दलों के मुकाबले राजद का यह सामाजिक समावेशन का मॉडल चुनावी मैदान में उसकी पकड़ मजबूत कर रहा है।
तेजस्वी यादव ने अपने चुनावी भाषणों में बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि बिहार की असली ताकत युवा, गरीब और महिलाएं हैं, और उनकी भागीदारी के बिना राज्य का विकास संभव नहीं है। आगामी चुनाव में राजद की यह नीतिगत पहल निर्णायक साबित हो सकती है।