अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के व्यापार सलाहकार पीटर नवैरो ने भारत पर रूस से सस्ता तेल खरीदने और उसे रिफाइन करके उच्च कीमतों पर बेचने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसे “रूस के लिए लाउंड्री” और “लाभकारी रिफाइनिंग योजना” करार दिया। नवैरो का कहना है कि भारत को रूस के तेल की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि 2022 से पहले भारत रूस से लगभग 1% तेल ही आयात करता था, जो अब बढ़कर 35-40% हो गया है ।
नवैरो ने भारत के व्यापार नीति पर भी निशाना साधते हुए इसे “महाराजा टैरिफ” और “उच्च गैर-टैरिफ बाधाएं” बताया, जिससे अमेरिकी व्यापारियों को नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत अमेरिका से प्राप्त धन का उपयोग रूस से तेल खरीदने में कर रहा है, जिससे रूस को युद्ध के लिए वित्तीय सहायता मिल रही है ।
इस पर भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत रूस से तेल खरीदने के लिए अमेरिका से दबाव महसूस कर रहा था, ताकि वैश्विक ऊर्जा बाजार स्थिर रहें ।