वॉशिंगटन/नई दिल्ली: अमेरिका के ट्रेड प्रतिनिधि जेमिसन ग्रीयर ने कहा है कि 1 अगस्त 2025 की अमेरिकी टैरिफ डेडलाइन से पहले भारत के साथ व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए और वार्ता आवश्यक है। उन्होंने बताया कि अमेरिका यह जानना चाहता है कि भारत अपने नए व्यापार समझौते के लिए कितना “आत्मविश्वास” दिखाने को तैयार है, क्योंकि भारत अपनी पारंपरिक रूप से सुरक्षात्मक व्यापार नीति को खोलने के लिए बहुत बड़ी पहल कर रहा है ।
दूसरी ओर, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने व्यापार वार्ता की स्थिति को आशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच “फ़ैंटास्टिक प्रगति” हो रही है और उन्होंने यह भरोसा व्यक्त किया कि भारत को विशेष, अनुकूल व्यवहार मिलेगा ।
हालांकि सरकार सूत्रों के मुताबिक, “इंटरिम” समझौता 1 अगस्त से पहले लगभग सम्भावित नहीं है, क्योंकि भारत कृषि एवं डेयरी उत्पादों के आयात शुल्क में कटौती के लिए अपनी घरेलू संवेदनशीलता के कारण रुख नहीं नर्म कर रहा है। इसके अलावा, अमेरिका ने इस मामले में उदार नहीं दिखाया—बातचीत अभी गतिरोध में बनी हुई है ।
दोनों देश सितंबर-अक्टूबर में व्यापक समझौते की भी योजना बना रहे हैं, जिसमें विवादित मुद्दों को स्थगित रखा जा सकता है—जैसे पहले प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच हुई चर्चाओं में संकेत मिला था ।