अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 27 अगस्त 2025 से भारत से आने वाले सामान पर अतिरिक्त 25% का जुर्माना टैरिफ लागू कर दिया, जिससे कुल टैरिफ दर 50% हो गई है। यह कदम भारत की रूसी तेल खरीद को दबाव बनाने और यूक्रेन से रूस के समर्थन को रोकने की कोशिश के रूप में उठाया गया है।
नई दरें वस्त्र, रत्न, आभूषण, फर्नीचर, झींगा और कालीन जैसे श्रम-गहन उत्पादों को गंभीर रूप से प्रभावित करेंगी, इससे लाखों नौकरियाँ खतरे में हैं। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) का अनुमान है कि निर्यात 2024-25 के लगभग 87 अरब डॉलर से गिरकर 49-50 अरब डॉलर तक आ सकता है, यानी करीब 40–45% की भारी गिरावट। रत्न एवं आभूषण उद्योग विशेष रूप से चिंतित हैं, जहां मुंबई के SEEPZ SEZ जैसे क्षेत्र प्रभावित होने वाले प्रमुख क्षेत्र हैं।
भारत सरकार ने exporters को राहत प्रदान करने के लिए GST में कटौती, नई आर्थिक सुधार योजनाओं, RBI की ओर से वित्तीय समर्थन, निर्यात प्रोत्साहन योजनाएँ और FTA पर जोर देने की रणनीति बनाई है। साथ ही, निर्यातकों को अन्य बाजारों—जैसे चीन, लैटिन अमेरिका, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया—की ओर ध्यान देने के लिए कहा गया है।