झारखंड के जमशेदपुर स्थित महात्मा गांधी मेमोरियल (MGM) अस्पताल में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब मेडिसिन विभाग की तीसरी मंजिल की बालकनी ढह गई। इस हादसे में तीन मरीजों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। घटना के समय लगभग 15 मरीज वार्ड में मौजूद थे। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने रातभर राहत और बचाव अभियान चलाया, जिसमें तीसरे शव को रात 1 बजे निकाला गया। घायलों में 83 वर्षीय रेनुका देवी की हालत गंभीर बनी हुई है।
मृतकों की पहचान डेविड जॉनसन (73, साकची), लुकास साइमन तिर्की (61, गडरा) और श्रीचंद टांटी (65, सरायकेला) के रूप में हुई है। हादसे के समय अस्पताल में एक वैज्ञानिक सत्र चल रहा था, जो घटना से एक घंटे पहले समाप्त हुआ था, जिससे बड़ी दुर्घटना टल गई।
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल परिसर में पुराने और जर्जर भवनों को ध्वस्त कर नए भवनों का निर्माण किया जाएगा।
जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसमें SDO, भवन निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता और MGM मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य शामिल हैं। समिति को 48 घंटे में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। यह घटना सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों में बुनियादी ढांचे की उपेक्षा और प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है।