जम्मू-कश्मीर के उद्हमपुर जिले के बसंतगढ़ क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान-आधारित जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के चार आतंकियों को धर-दबोचा है, जिसमें एक आतंकी हाइदर उर्फ मौलवी को गुरुवार को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। बची तीन संदिग्ध अभी घने जंगलों में फसे हुए हैं—जिन्हें पकड़ने के लिए सेना और पुलिस का संयुक्त ‘ऑपरेशन बिहाली’ फिलहाल जारी है ।
बताया गया है कि चारों आतंकियों पर लगभग एक साल से कड़ी नजर रखी जा रही थी, और गुरुवार सुबह उन्हें करूर नाला क्षेत्र में घेरा गया। सेना के पैराकमान्डो, पुलिस, ड्रोन और स्निफर डॉग्स की मदद से तलाशी अभियान तेज किया गया, लेकिन मौसम बिगड़ने के कारण दृश्यता कम थी ।
IGP जम्मू रेंज भीम सेन तूती ने बताया कि ऑपरेशन से पहले आतंकियों द्वारा लंबी अवधि तक जंगलों में छिपकर गतिविधियाँ संचालित की गईं, जिसमें स्थानीय ओवरग्राउंड वर्करों के समर्थन की बात भी सामने आई है । क्षेत्र को पारंपरिक घुसपैठ मार्ग माना जाता है, जहाँ से आतंकी भारत में प्रवेश करते हैं ।
सितंबर 2024 से लेकर अप्रैल 2025 के बीच बसंतगढ़ में कई झड़पें हुई हैं, जिसमें सुरक्षा बलों ने आतंकी मारे या पकड़े—जिनमें से यह नवीनतम कार्रवाई है। अमरनाथ यात्रा से पहले यह ऑपरेशन सुरक्षा चौकसता को दर्शाता है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह जानकारी मिलती है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी जारी है और सुरक्षा बल सतत रूप से मोर्चे पर हैं।