जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के डूल क्षेत्र में भगना जंगल में सुरक्षा बलों की सैन्य तलाशी अभियान ने दूसरे दिन का रूप ले लिया है। माना जा रहा है कि दो हिज़बुल मुजाहिदीन के सबसे घातक आतंकवादी — रियाज़ अहमद और मुदस्सर हज़ारी — गुफा में छिपे हुए हैं, जहां से उनकी तलाश जारी है।
सोमवार को जंगल में तेज आवाज़ वाले विस्फोटों और बीच-बीच में गोलीबारी की गूंज सुनने को मिली। सेना, CRPF, विशेष अभियानों की पुलिस (SOG), और पैर कमांडो द्वारा अभियान को और भी ज़्यादा कड़ा किया गया है, साथ ही ड्रोन तैनाती से इलाके की निगरानी बढ़ाई गई है।
सुरक्षा बलों ने शुरुआती संपर्क रविवार सुबह 6:30 बजे हिज़बुल आतंकवादियों के साथ स्थापित किया था, जिसके बाद से लगातार फायरिंग और सर्च ऑपरेशन जारी है। अभी तक किसी भी ओर से कोई घातक चोट की खबर सामने नहीं आई है और अभियान सक्रिय रूप से चल रहा है।
यह अभियान क्षेत्र में बढ़ते आतंकवाद और सुरक्षा चुनौतियों की पुष्टि करता है, जहां खुफिया जानकारी के आधार पर चल रहा यह ऑपरेशन आतंकवादियों के ख़िलाफ़ सख्त संदेश भी प्रदान कर रहा है।