कोलकाता के बड़ाबाजार इलाके में स्थित रितुराज होटल में मंगलवार शाम भीषण आग लगने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं, और 14 अन्य घायल हो गए। आग रात करीब 7:30 बजे पहले मंजिल पर स्थित रसोई के पास शुरू हुई और छह मंजिला इमारत में तेजी से फैल गई। अधिकांश पीड़ितों की मौत दम घुटने से हुई, क्योंकि धुआं सीढ़ियों और गलियारों में भर गया था। एक व्यक्ति ने घबराहट में छत से कूदकर जान गंवा दी।
दमकल विभाग के अनुसार, होटल में आग बुझाने की प्रणाली या तो अनुपस्थित थी या काम नहीं कर रही थी। राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है, जो आग लगने के कारणों और सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जांच करेगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति की निगरानी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस त्रासदी पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
यह हादसा भारत में अग्नि सुरक्षा मानकों की गंभीर खामियों को उजागर करता है, जहां अक्सर भवन कोड और सुरक्षा नियमों की अनदेखी होती है, जिससे इस तरह की दुखद घटनाएं घटित होती हैं।