कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने पनामा में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र के मंदिर में पूजा-अर्चना के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के सांसद सरफराज अहमद की बहादुरी की सराहना की। थरूर ने ट्वीट किया, “यह देखना दिल को छूने वाला था कि हमारे मुस्लिम साथी सरफराज अहमद अपने हिंदू और सिख सहयोगियों के साथ मंदिर में शामिल हुए।”
उन्होंने अहमद के शब्दों को उद्धृत किया, “जब बुलाने वालों को कोई आपत्ति नहीं, तो जाने वालों को आपत्ति क्यों?” यह घटना धार्मिक सहिष्णुता और आपसी सम्मान का प्रतीक मानी जा रही है। इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य पाकिस्तान से होने वाले आतंकवाद के खिलाफ भारत की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रस्तुत करना है।
इस यात्रा के दौरान थरूर ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया कि वह भारत की शांति की इच्छा का सम्मान नहीं करता और बार-बार हमले करता है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए किसी भी कीमत पर तैयार है।