उत्तराखंड में जारी भारी बारिश और भूस्खलन का प्रभाव बाबा केदारनाथ यात्रा पर भी गहराता जा रहा है। हाल ही में सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच का प्रमुख मार्ग मलबा गिरने के कारण पूरी तरह से बंद हो गया है। इस कारण हजारों श्रद्धालुओं की यात्रा बाधित हो गई है।
परंतु आस्था के मार्ग में कोई रुकावट स्थायी नहीं होती — इसी भावना को लेकर श्रद्धालु अब 24 किलोमीटर लंबा पैदल सफर तय कर बाबा केदारनाथ के दरबार में हाजिरी लगाने निकल पड़े हैं। भारी बारिश, फिसलन और जोखिम भरे हालात के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था डगमगा नहीं रही।
प्रशासन ने यात्रा मार्ग बंद होने की पुष्टि की है और एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमों को राहत व मरम्मत कार्य में लगा दिया गया है। वहीं दूसरी ओर, स्थानीय लोग भी यात्रियों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं।
श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे मौसम के अनुसार सावधानी बरतें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। अनुमान है कि अगले 24 से 48 घंटों में मार्ग को फिर से बहाल किया जा सकता है।