13 अक्टूबर 2025 को ताजमहल के दक्षिणी गेट के पास आग लगने से पर्यटकों में अफरा-तफरी मच गई। धुएं के गुबार और आग की लपटों ने आसपास के क्षेत्र को घेर लिया। हालांकि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) और पावर विभाग की टीमों ने तत्परता से मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया और स्थिति को नियंत्रित किया।
इस घटना में ताजमहल की संरचना को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है, और प्रशासन सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रहा है। पर्यटकों को असुविधा से बचाने के लिए अधिकारियों ने आवश्यक कदम उठाए हैं।
इस घटना ने ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था और आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं। हालांकि स्थिति अब नियंत्रण में है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए ठोस उपायों की आवश्यकता है।
यह घटना ताजमहल की सुरक्षा और संरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है, जिससे संबंधित अधिकारियों को और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।