उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को लखनऊ में आयोजित ‘शिक्षक धन्यवाद समारोह’ में शिक्षकों से छात्रों में ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल अच्छे अंक प्राप्त करने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य नैतिक मूल्यों और राष्ट्रीय आदर्शों को समाहित करना होना चाहिए।
योगी ने जोर दिया कि शिक्षकों की भूमिका केवल ज्ञान देने तक सीमित नहीं है, बल्कि वे राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। उन्होंने कहा कि जब शिक्षा को राष्ट्रीय मूल्यों से जोड़ा जाएगा, तभी एक सुरक्षित, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखी जा सकेगी।
मुख्यमंत्री ने छात्रों द्वारा प्रस्तुत ‘आदि योगी’ नाटक की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ बच्चों को इतिहास, परंपरा और मूल्यों से जोड़ती हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पौराणिक कथाएँ केवल मनोरंजन के लिए नहीं हैं, बल्कि जीवन के मूल्यों को सिखाने का माध्यम हैं।
समारोह के दौरान, योगी आदित्यनाथ ने मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किया और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि शिक्षा को संस्कृति, राष्ट्रवाद और परंपराओं से जोड़कर भारतीय संस्कृति को सशक्त बनाने की दिशा में हम सभी को मिलकर आगे बढ़ना चाहिए।