बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले तेज प्रताप यादव के सामने कई राजनीतिक विकल्प खुल गए हैं, क्योंकि उन्हें आरजेडी और परिवार से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। इस निर्णय के बाद उनके पास तीन प्रमुख विकल्प हैं:
निर्दलीय चुनाव लड़ना: तेज प्रताप यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतर सकते हैं, जिससे उनकी राजनीतिक पहचान बनी रहेगी।
नई पार्टी बनाना: तेज प्रताप यादव पहले भी ‘लालू-राबड़ी मोर्चा’, ‘तेज सेना’ और ‘यदुवंशी सेना’ जैसी पार्टियाँ बना चुके हैं। इस बार भी वे अपनी नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं।
दूसरी पार्टी से गठबंधन: हालांकि जेडीयू और बीजेपी में शामिल होने की संभावना कम है, लेकिन वे किसी अन्य पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं।
तेज प्रताप यादव के इस कदम से बिहार की राजनीति में नई हलचल मच सकती है, और यह आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।