भारत सरकार ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों जैसे विजय माल्या, नीरव मोदी और संजय भंडारी को ब्रिटेन से प्रत्यर्पित करने के प्रयासों को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस दिशा में, ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) की चार सदस्यीय टीम ने जुलाई 2025 में दिल्ली की तिहाड़ जेल का दौरा किया। टीम में दो CPS विशेषज्ञ और दो ब्रिटिश उच्चायोग के अधिकारी शामिल थे।
इस निरीक्षण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि तिहाड़ जेल प्रत्यर्पित अपराधियों के लिए सुरक्षित और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है। ब्रिटिश अधिकारियों ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को “अच्छा” और “अंतरराष्ट्रीय मानकों के करीब” बताया। भारतीय अधिकारियों ने यह आश्वासन भी दिया कि यदि आवश्यक हो, तो उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में विशेष व्यवस्थाएं की जा सकती हैं और प्रत्यर्पित अपराधियों की विशेष आवश्यकताओं का ध्यान रखा जाएगा।
भारत के पास वर्तमान में 178 प्रत्यर्पण अनुरोध लंबित हैं, जिनमें से लगभग 20 ब्रिटेन में हैं। इनमें विजय माल्या, नीरव मोदी और संजय भंडारी जैसे प्रमुख भगोड़े शामिल हैं। यह कदम भारत और ब्रिटेन के बीच सहयोग को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।