दिल्ली के जंगपुरा स्थित ‘मद्रासी कैंप’ में 1 जून 2025 को दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेशानुसार 370 झुग्गियों को ध्वस्त किया गया, जिससे सैकड़ों तमिल मूल के परिवार बेघर हो गए। इस कार्रवाई के बाद, तमिलनाडु सरकार ने उन निवासियों को सहायता प्रदान करने की घोषणा की है जो अपने मूल जिलों में लौटना चाहते हैं। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के निर्देशानुसार, तमिलनाडु हाउस, नई दिल्ली को समन्वय का कार्य सौंपा गया है, ताकि प्रभावित परिवारों को समय पर सहायता मिल सके।
राज्य सरकार ने आजीविका सहायता और अन्य आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संबंधित जिला कलेक्टरों के माध्यम से समग्र समर्थन का वादा किया है। हालांकि, कई निवासियों ने चिंता व्यक्त की है कि यदि उन्हें स्थायी रोजगार और आवास की गारंटी नहीं दी गई, तो वापसी संभव नहीं होगी। एक निवासी ने कहा, “अगर हमें घर और नौकरी दी जाए, तो हम वापस जाएंगे।”
यह घटना शहरी विस्थापन और प्रवासी श्रमिकों की भेद्यता को उजागर करती है, और यह आवश्यक है कि सरकारें ऐसे प्रभावित लोगों के लिए स्थायी पुनर्वास और रोजगार योजनाएं सुनिश्चित करें।