संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) और भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने मिलकर भारत में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की तैयारी का आकलन करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल शुरू की है। इस पहल के तहत, AI रेडीनेस असेसमेंट मेथोडोलॉजी (RAM) नामक एक बहुआयामी टूल का उपयोग किया जाएगा, जो कानूनी, सामाजिक-सांस्कृतिक, वैज्ञानिक, शैक्षिक, आर्थिक और तकनीकी/इंफ्रास्ट्रक्चर पहलुओं में भारत की AI तैयारी का मूल्यांकन करेगा।
इस प्रक्रिया के अंतर्गत, सात महीने में पांच परामर्श सत्र आयोजित किए गए हैं, जिनमें AI नैतिकता, डेटा साझाकरण नीतियों की कमी, बौद्धिक संपदा अधिकारों की जटिलताएँ और AI मॉडलों के उपयोग में सावधानी बरतने की आवश्यकता जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
इस पहल का उद्देश्य एक रिपोर्ट तैयार करना है, जो यह बताएगी कि भारत की AI रणनीतियों में क्या काम कर रहा है, क्या कमी है और इसे बेहतर कैसे बनाया जा सकता है। यह रिपोर्ट वर्ष के अंत तक प्रकाशित होने की उम्मीद है और यह सुरक्षित, विश्वसनीय और जिम्मेदार AI की दिशा में भारत की रणनीति को आकार देने में सहायक होगी।