अमेरिका और यूक्रेन ने एक ऐतिहासिक खनिज समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जो दोनों देशों के बीच व्यापार और ऊर्जा संबंधों को और मजबूत करेगा। यह समझौता खासकर उन महत्वपूर्ण खनिजों को लेकर है जो भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन और नवीकरणीय ऊर्जा के लिए आवश्यक होंगे। इस समझौते को लेकर दोनों देशों के बीच कई महीनों तक गहन वार्ताएँ चलीं।
यूक्रेन में खनिज संसाधनों का बड़ा भंडार है, और अमेरिका को इन खनिजों की आपूर्ति की आवश्यकता है, खासकर इलेक्ट्रिक वाहन बैटरियों के लिए आवश्यक लिथियम, कोबाल्ट और नीलम जैसे खनिजों की। समझौते के तहत, अमेरिका यूक्रेन को तकनीकी और वित्तीय सहायता प्रदान करेगा ताकि यूक्रेन अपने खनिज संसाधनों का अधिकतम उपयोग कर सके।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए, और दोनों नेताओं ने इसे वैश्विक ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। इस समझौते से यूक्रेन को आर्थिक रूप से भी लाभ होने की उम्मीद है।