जौनपुर ब्लॉक (टिहरी गढ़वाल) की कांग्रेस समर्थित सीता देवी मनवाल ने भुत्सी जिला पंचायत वार्ड से शानदार जीत दर्ज की है, जिसे सचमुच जनता की अदालत में ‘सुप्रीम’ विजय कहा जा रहा है। शुरुआत में उनका नामांकन नो-ड्यूज सर्टिफिकेट की आड़ में रिटर्निंग ऑफिसर ने निरस्त कर दिया था। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और उत्तराखंड हाईकोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने उनका नामांकन वैध कर चुनाव चिह्न आवंटित करने के निर्देश दिए। इसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, जिसने भी हाईकोर्ट की ही पुष्टि करते हुए चुनाव जारी रखने को मंजूरी दी।
मतदान केवल एक दिन पहले चुनाव चिह्न मिला था, लेकिन इसके बाद जनपक्षधर प्रदर्शन करके उन्होंने 4,596 मत पाकर अपनी निकट प्रतिद्वंदी भाजपा समर्थित सरिता नकोटी को 245 मतों से पराजित किया (सरिता को 4351 मत)।
इस जीत को लोकतंत्र, संविधान, न्यायपालिका और जनता की संयुक्त विजय माना जा रहा है। सीता देवी का यह संघर्ष बड़े से बड़े कानूनी और चुनावी चुनौतियों को पार कर जनता की स्वीकार्यता से उपजा है। राजनीतिक विश्लेषकों ने इसे ग्रामीण राजनीति में नए अध्याय की शुरुआत बताया है।