उत्तराखंड के उत्तरकाशी ज़िले में जलस्खलन और भारी बारिश के चलते, गंगवानी के पास 50 मीटर लंबा पुल ध्वस्त हो गया, जिससे धाराली और हरशिल मार्ग पूरी तरह कट गए हैं। एक सैकड़ों मीटर लंबे लोहे के पुल के बह जाने से हर्षिल घाटी की 12 से अधिक बस्तियाँ सम्पूर्णतः अलग-थलग हो गईं हैं।
भारी बारिश, लैंडस्लाइड और टूटे हुए मार्गों ने राहत कार्यों में बाधाएँ उत्पन्न की हैं। अब तक लगभग 200 लोग सुरक्षित बचाए जा चुके हैं, वहीं कई लोग — जिनमें 11 सैनिक शामिल हैं — अभी भी लापता हैं।
सड़क मार्ग बंद होने के चलते बचाव दलों और राहत सामग्री की पाइंट से एयर मार्ग को ही बचाव का एकमात्र माध्यम बनाया गया है। यहाँ पर चिनूक और MI‑17 हेलीकॉप्टरों का उपयोग करते हुए राहत और बचाव कार्य जारी हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्र सरकार ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र में ‘युद्ध स्तर’ पर राहत अभियान चलाने का भरोसा दिया।