उत्तरकाशी जिले में सिलाई बेंड के पास यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार रात अचानक आए जोरदार क्लाउडबर्स्ट के कारण भूस्खलन हुआ, जिसमें एक होटल निर्माण स्थल पर मौजूद श्रमिकों का जीवन संकट में पड़ गया। इस मलबा गिरने की चपेट में आने से दो मजदूरों की तुरंत मौत हो गई और सात अन्य लापता हो गए, जिनकी तलाश जारी है ।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से बचाव कार्य चला रहे हैं। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया है । लापता श्रमिकों में नेपाल और उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। नेपाल के एक मजदूर हरि कृष्ण चौधरी ने दर्दनाक याद साझा की कि “अगर पाँच सेकेंड देर हो जाती तो मेरी भी जान जा चुकी होती” ।
भूस्खलन की तीव्रता इतनी थी कि करीब दस मीटर राजमार्ग बह गया और यातायात बाधित हो गया। इलाके में “रेड अलर्ट” जारी किया गया है, और चारधाम यात्रा का मार्ग एक दिन के लिए रोका गया, जिससे तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके ।
इस प्राकृतिक आपदा ने एक बार फिर उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में मानसून के दौरान सुरक्षा की कमी और इमारती संरचनाओं की अस्थिरता पर चेतावनी दी है। बचाव कार्य कठिन पहाड़ी मौसम के बीच ज़ोरशोर से जारी है, जिससे अब तक किसी और के जीवन की सुरक्षा की कवायद चल रही है।