राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है, जिसमें महिलाओं को डर का सामना करना पड़ा और उन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
11 और 12 अप्रैल 2025 को वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के दौरान मुर्शिदाबाद के सुति, धुलियान और जंगीपुर क्षेत्रों में हिंसा भड़क उठी। इस दौरान, धुलियान के मंदिरपारा क्षेत्र में कई महिलाओं के साथ कथित रूप से छेड़छाड़ की घटनाएं सामने आईं। हिंसा के कारण सैकड़ों महिलाएं अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हुईं, जिनमें से कई ने भागीरथी नदी पार करके पड़ोसी जिले मालदा में शरण ली।
NCW की अध्यक्ष विजय राठौर ने इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है और एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया है, जो प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी, पीड़ितों से मुलाकात करेगी और स्थानीय अधिकारियों से बातचीत करेगी। समिति 19 अप्रैल को मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज और जाफराबाद क्षेत्रों का दौरा करेगी।
इस बीच, पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद हिंसा की जांच के लिए एक नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस हिंसा को पूर्व-निर्धारित बताते हुए भाजपा और केंद्रीय एजेंसियों पर आरोप लगाए हैं। इस हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई है, सैकड़ों लोग विस्थापित हुए हैं और 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है।