हिमाचल प्रदेश के कुल्लू ज़िले में सोमवार सुबह लगातार भूस्खलन होने से बड़ा हादसा हो गया। पहाड़ से अचानक गिरे भारी मलबे ने न केवल सड़क मार्ग अवरुद्ध कर दिया, बल्कि कई घरों और गाड़ियों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि कई लोग मलबे के नीचे फँस गए। राहत एवं बचाव कार्य जारी है और प्रशासन ने क्षेत्र में अलर्ट घोषित कर दिया है।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, भूस्खलन का पहला झटका तड़के सुबह हुआ, जिसके बाद कुछ ही देर में दूसरा बड़ा भूस्खलन हुआ। अचानक हुई इस घटना से आसपास के गाँवों में अफरातफरी का माहौल बन गया। कई लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे, लेकिन कुछ लोग मलबे के नीचे दब गए। फिलहाल एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें मौके पर पहुँची हैं और बचाव अभियान चला रही हैं।
मौसम विभाग ने पहले से ही भारी बारिश और भूस्खलन की आशंका जताई थी। पिछले कई दिनों से लगातार बारिश के कारण ज़मीन की सतह कमजोर हो गई है, जिससे पहाड़ी ढलानों पर भूस्खलन का ख़तरा बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट होने और पहाड़ों के पास आवाजाही से बचने की सलाह दी है।
यह घटना एक बार फिर पहाड़ी राज्यों में प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते खतरे की ओर इशारा करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन और अनियोजित विकास कार्य भी इन हादसों की आवृत्ति बढ़ाने का कारण हैं।