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राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार विजेताओं बच्चों से पीएम मोदी हुए मुखातिब, ‘बालवीरों’ के हौंसले को सराहा, जानें उनके अनुभव

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सोमवार को प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार विजेताओं बच्चों से पीएम मोदी मुखातिब हुए, कोरोना के चलते इस बार ये इंट्रैक्शन वर्चुअली हुआ, जहां इस पुरूस्कार के लिए चयनित बच्चे अपने-अपने जिलों से पीएम मोदी के साथ वर्चुअली जुड़े जहां पर उनसे पीएम मोदी ने संवाद किया और उनकी बात को भी सुना, इन बच्चों के लिए ये मौका बेहद खास था.

सरकार ने इस साल 29 बच्‍चों को राष्‍ट्रीय बाल पुरस्‍कार 2022 के लिए चुना है. इस साल विजेताओं को डिजिटल सर्टिफिकेट्स दिए गए हैं हर साल प्रधानमंत्री यह पुरस्‍कार पाने वाले बच्‍चों से नई दिल्‍ली में मिलते हैं मगर कोरोना की वजह से इस बार ऐसा नहीं हो पाया इन बच्‍चों के साथ उनके माता-पिता और संबंधित जिलों के डीएम भी मौजूद रहे.

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी’ के उपयोग के जरिये वर्ष 2022 और 2021 के पीएमआरबीपी पुरस्कार विजेताओं को डिजिटल प्रमाणपत्र भी प्रदान किए. पुरस्कार विजेताओं को प्रमाण पत्र देने के लिए पहली बार इस तकनीक का उपयोग किया गया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाल पुरस्कार के विजेताओं से कहा आज हमें गर्व का होता है, जब हम भारत के युवाओं को नवाचार करते और देश को आगे ले जाते हुए देखते हैं. नेताजी से हमें जो राष्ट्रप्रथम की प्रेरणा मिलती है, उससे आपको देश के लिए अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ना है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-सरकार द्वारा बनाई जा रही सभी नीतियों के केन्द्र में युवा हैं उन्होंने बाल पुरस्कार विजेताओं से ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान के लिए आगे आने और घर पर उन चीजों की सूची बनाने का आग्रह किया, जो भारत में नहीं बने हैं.

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले 25 सालों में देश जिस ऊंचाई पर होगा और जो उसका सामर्थ्य बनेगा, उसमें बहुत बड़ी भूमिका युवा पीढ़ी की होगी.उन्होंने कहा, ‘आज देश में जो नीतियां बन रही है और जो प्रयास हो रहे हैं, इन सब के केंद्र में युवा पीढ़ी है.’

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज उन्हें गर्व होता है जब वह देखते हैं दुनिया की बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) भारतीय हैं, स्टार्टअप की दुनिया में भारत परचम फहरा रहा है, जब नए-नए नवोन्मेष हो रहे हैं और देश के युवा गगनयान मिशन के लिए तैयार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘यही वह नया भारत है. हिम्मत और हौसला आज भारत की पहचान है. आज भारत अपनी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य की नींव को मजबूत करने के लिए निरंतर कदम उठा रहा है.’

ज्ञात हो कि भारत सरकार नवाचार, सामाजिक सेवा, शैक्षिक योग्यता, खेल, कला एवं संस्कृति और बहादुरी जैसी छह श्रेणियों में बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धि के लिए पीएमआरबीपी पुरस्कार प्रदान करती है. इस वर्ष, बाल शक्ति पुरस्कार की विभिन्न श्रेणियों के तहत देश भर से 29 बच्चों को पीएमआरबीपी-2022 के लिए चुना गया है. पुरस्कार विजेता हर साल गणतंत्र दिवस परेड में भी भाग लेते हैं. पीएमआरबीपी के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक पदक, 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिए जाते हैं.


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