बंगाल के महेशठালা में मंगलवार (11 जून 2025) को ट्रांसपोर्ट नगर-दक्षिण 24 परगना में शंकर भगवान के एक शिव मंदिर को तोड़े जाने के बाद तनाव फैल गया है। स्थानीय निवासियों और दुकानदारों के बीच टकराव तब शुरू हुआ जब कुछ लोगों ने मंदिर के सामने दुकानें बनाने की कोशिश की, जिसकी शिकायत उठी। विरोध में कुछ हिन्दू निवासियों ने तुलसी मंच का निर्माण किया, जिससे प्रतिक्रिया स्वरूप मंदिर तोड़ने की घटना हुई।
स्थानीय रबिंद्रनगर पुलिस स्टेशन के बाहर पत्थरबाजी और आगजनी शुरू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन और एक बाइक को आग लगाई, जिससे पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें एक महिला कॉन्स्टेबल भी शामिल थी। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़े, और कोलकाता से अतिरिक्त टुकड़ियाँ व रैपिड एक्शन फोर्स भेजकर इलाके को शांत कराया।
अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, रात्रि में कई घरों और संभावित हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में छापेमारी जारी है। विपक्षी दल भाजपा ने इस घटना को बड़ा धार्मिक-संप्रदायिक हमला बताते हुए केंद्रीय बलों की मांग की है, जबकि राज्यपाल एवं तृणमूल कांग्रेस ने इसे स्थानीय विवाद करार देते हुए राजनीति को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाया है।