अमेरिका के फॉरेन पॉलिसी एक्सपर्ट एशली टेलिस को अमेरिका में ही गिरफ्तार कर लिया गया है. एफबीआई ने कॉन्फिडेंशियल और नेशनल सिक्योरिटी से जुड़े दस्तावेजों को अवैध रूप से अपने पास रखने के आरोप में पकड़ा है. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि पिछले चार साल में टेलिस कई बार चीनी अधिकारियों से मिले हैं. टेलिस को अमेरिका-भारत के संबंधों के प्रमुख रणनीतिकारों में से एक माना जाता है. टेसली को 10 साल की जेल और 2 करोड़ से अधिक के जुर्माने की सजा सुनाई जा सकती है.
घटना से अमेरिका के एक्सपर्ट्स हलकों में हैरानी है. अमेरिका के प्रमुख एक्सपर्ट का कहना है कि मुझे जब ये खबर मिली तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ. मेरे कई सीनियर ऑफिसर्स हैं, उन्हें भी इस बात से हैरानी है.
टेलिस का जन्म भारत में हुआ है. उन्होंने मुंबई से शुरुआती पढ़ाई की है. बाद में पीएचडी के लिए शिकागो चले गए. उन्हें इंडो-यूएस रिलेशन्स का एक्सपर्ट कहा जाता है. 2000 के दशक में भारत-अमेरिका के बीच हुए परमाणु समझौते के प्रमुख रणनीतिकारों में टेलिस भी शामिल थे. तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश की सरकार में भी वे काम कर चुके हैं. उस वक्त उन्होंने भारतीय विदेश सेवा के सीनियर ऑफिसर्स के साथ मिलकर काम किया था, जिसमें एस जयशंकर भी शामिल थे. जयशंकर उस वक्त विदेश मंत्रालय में अधिकारी थे.
फॉरेन पॉलिसी एक्सपर्ट्स और शिक्षाविदों ने गिरफ्तारी पर दुख जाहिर किया है. एक एक्सपर्ट ने सोशल मीडिया पर कहा कि मैं उन्हें 2002 से जानता हूं, वे बहुत विनम्र और सहानुभूतिपूर्ण हैं. वहीं एक और एक्सपर्ट ने सोशल मीडिया पर लिखा- वाशिंगटन के पॉलिसी मेकर्स के लिए ये बड़ा झटका है.
टेलिस ने साल 2022 में भारत की विदेश नीति पर एक बुक भी पब्लिश की थी, जिसकी तारीफ खुद विदेश मंत्री एस जयंशकर ने की थी.