केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की जिद ने पीएम मोदी की मन की बात शो किया ‘फ्लॉप’

वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ से देश के आम लोगों में तेजी से लोकप्रिय हुए थे. पीएम मोदी महीने के आखिरी रविवार को इस खास कार्यक्रम से देश को संबोधित करते रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म्स पर मोदी के सबसे ज्यादा फॉलोअर्स हैं. इसी मन की बात कार्यक्रम से पीएम विपक्षियों पर भी कई बार निशाना भी साधते रहे हैं. यह आकाशवाणी कार्यक्रम मोदी के लिए अभी तक ‘सुपरहिट संवाद’ साबित होता रहा है. लेकिन 30 अगस्त को पीएम मोदी के लिए मन की बात 68 वीं कड़ी ‘कड़वा सच’ के रूप में सामने आई. जिसकी पीएम को स्वयं उम्मीद भी नहीं रही होगी.

आइए अब आपको बताते हैं क्यों इस बार देश के युवाओं ने पीएम मोदी का क्यों साथ नहीं दिया ? क्यों ‘मोदी के मन से मन नहीं मिलाया’ ? गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से देश भर के छात्र और छात्राओं के साथ अभिभावक भी केंद्र सरकार से ‘नीट और जेईई’ की परीक्षाओं को टालने की मांग करते चले आ रहे थे. लेकिन मोदी सरकार इस परीक्षा को कराने के लिए जिद पर अड़ी हुई थी. कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत 7 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी छात्र-छात्राओं के समर्थन में आकर सरकार से परीक्षा पोस्टपोंड करने की मांग की थी लेकिन केंद्र सरकार ने इसे विपक्षियों का चुनावी हथकंडा बताया. दूसरी ओर देशभर में मानसून की वजह से कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति है. देशवासियों ने इस बार मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी से देशहित में कुछ अच्छी बातों की उम्मीद लगाए बैठे थे.

लेकिन रविवार को जब पीएम ने मन की बात कार्यक्रम का संबोधन शुरू किया तब देशभर के विद्यार्थियों और अभिभावकों ने मोदी की बात को नापसंद (डिसलाइक) करना शुरू कर दिया. अभी तक यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस रेडियो कार्यक्रम मन की बात को सबसे अधिक डिसलाइक किया गया है. दरअसल, देश में कोरोना संकट और बाढ़ के कहर के बीच देश के अधिकांश छात्र जेईई और नीट परीक्षाओं को पोस्टपोंड करने की बात कर रहे थे. दूसरी तरफ केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने साफ कह दिया है कि परीक्षाएं अपने निर्धारित समय पर ही होंगी. सही मायने में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की नीट और जेईई की परीक्षा कराने की जिद ने पीएम मोदी का रविवार को मन की बात का सुपरहिट शो ‘फ्लॉप’ कर दिया.

छात्रों की भावनात्मक अपील को पीएम मोदी ने नहीं दिया कोई ध्यान
यहां हम आपको बता दें कि नीट और जेईई परीक्षा पोस्टपोंट कराने के लिए देशभर के छात्र छात्राओं ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक भावनात्मक अपील की थी, लेकिन पीएम मोदी ने इस भावनात्मक अपील पर कोई ध्यान नहीं दिया. 30 अगस्त रविवार दोपहर 11 बजे से मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में बोलना शुरू किया उसी दौरान देशभर के छात्र-छात्राओं ने मोदी के खिलाफ कमेंट लिखने शुरू कर दिए. लेकिन पीएम मोदी ने इन भावनात्मक कमेंट को दरकिनार कर आगे बोलते रहे. इसी बात पर छात्र-छात्राओं का भी मन की बात से मोहभंग हो गया. छात्रों ने कमेंट में लिखा, अगर परीक्षाएं नहीं टली तो साल बर्बाद हो जाएगा.

वहीं कुछ कमेंट में लिखा कि देश में पहले से ही काफी बेरोजगारी है, ऐसे में युवाओं को और परेशान करना अच्छा नहीं है. उसी कड़ी में रविवार को पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम के बाद से ही बीजेपी और पीएम मोदी के यू-टूब चैनल में मन की बात वीडियो पर डिसलाइक करने का सिलसिला शुरू हो गया. यहां हम आपको बता दें कि जेईई की परीक्षा 1 से 6 सितंबर बीच शुरू होनी है वहीं नीट की परीक्षा 13 सितंबर तक कराई जाएगी.

सोमवार को भी नहीं थम रहा मन की बात कार्यक्रम को ‘डिसलाइक’ करना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात को डिसलाइक करने का सिलसिला रविवार से शुरू हुआ जो सोमवार को भी जारी है. कार्यक्रम को लाइक करने वालों से दोगुना से अधिक लोगों ने शो की इस कड़ी को नापसंद किया. यहां हम आपको बता दें कि पीएम मोदी के इस यूट्यूब चैनल पर 75 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं. भाजपा के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए इस वीडियो पर 4.5 लाख से ज्यादा डिसलाइक आ चुके हैं.

ये पहली बार है जब इस प्रोग्राम के वीडियो पर इतने ज्यादा डिसलाइक आए हैं. भाजपा के अलावा इस वीडियो को पीएमओ के यूट्यूब चैनल पर भी अपलोड किया गया है, जहां इस पर 70 हजार से ज्यादा बार डिसलाइक किया जा चुका है. वहीं मोदी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड मन की बात प्रोग्राम के वीडियो पर 1 लाख से ज्यादा डिसलाइक आए हैं. दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मन की बात कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि देश इस समय संकटों से जूझ रहा है, स्टूडेंट जेईई और नीट परीक्षाएं टालने की मांग कर रहे हैं और देश के पीएम मोदी ‘खिलौनों’ की बात कर रहे हैं. सही मायने में राहुल गांधी के इस कमेंट से मोदी के मन की बात को डिसलाइक करनेे का सिलसिला और भी तेज हुआ है.

शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार

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