जनसंख्या के बारे में सबसे आश्चर्यजनक तथ्यों में से एक तेजी से बढ़ती दुनिया की जनसंख्या है. 2017 के मध्य तक दुनिया की जनसंख्या 7.6 बिलियन तक पहुंच गई. पिछले 12 सालों में दुनिया ने लगभग एक अरब निवासियों को जोड़ा है.
गरीबी में रहने वालों की उच्च मृत्यु दर के बावजूद दुनिया की जनसंख्या अभी भी अविश्वसनीय दर से बढ़ रही है. दुनिया की जनसंख्या हर साल 1.10 प्रतिशत या सालाना लगभग 83 मिलियन अतिरिक्त लोगों की दर से बढ़ रही है.
दुनियाभर की जनसंख्या 2030 में 8.6 बिलियन, 2050 में 9.8 बिलियन और 2100 में 11.2 बिलियन तक पहुंचने की उम्मीद है. दुनिया की जनसंख्या का 50.4 फीसदी पुरुष और 49.6 फीसदी महिलाएं हैं. दुनियाभर की जनसंख्या की औसत उम्र (यानी जिस उम्र में आधी आबादी बड़ी है और आधी छोटी है) 30 साल है.
साल 2017 से 2050 तक ये उम्मीद की जाती है कि दुनिया की आधी जनसंख्या वृद्धि सिर्फ नौ देशों में केंद्रित होगी, जिसमें भारत, नाइजीरिया, लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो, पाकिस्तान, इथियोपिया, संयुक्त गणराज्य तंजानिया, अमेरिका, युगांडा और इंडोनेशिया है.
दुनिया की तीन चौथाई से अधिक जनसंख्या अफ्रीका में 17 फीसदी और एशिया में 60 फीसदी में रहती है. दुनियाभर की आबादी में अफ्रीका का हिस्सा 2050 में 26 फीसदी तक पहुंचने का अनुमान है और 2100 तक ये 40 फीसदी तक पहुंच सकता है. भविष्य के रुझानों के सभी संभावित परिदृश्यों में अफ्रीका अगले कुछ दशकों में दुनिया की आबादी के आकार और वितरण को आकार देने में केंद्रीय भूमिका निभाएगा.
भारतीय लोग दुनिया की आबादी का लगभग 5 फीसदी हैं, लेकिन 15 फीसदी लोग गरीबी में रहते हैं. दुनिया के 10 सबसे अधिक आबादी वाले देशों में नाइजीरिया की आबादी सबसे तेजी से बढ़ रही है. नाइजीरिया की आबादी वर्तमान में दुनिया में सातवीं सबसे बड़ी आबादी है. 2050 से कुछ समय पहले नाइजीरिया की जनसंख्या अमेरिका से अधिक होने का अनुमान है, जिस समय ये दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा देश बन जाएगा.
अभी चीन (1.41 बिलियन) और भारत (1.34 बिलियन) दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं, जो दुनिया की आबादी का क्रमशः 19 और 18 प्रतिशत प्रतिनिधित्व करते हैं. साल 2024 में दोनों देशों में लगभग 1.44 बिलियन लोगों के होने की उम्मीद है. दुनिया की 60 साल या उससे अधिक उम्र की जनसंख्या हर साल 3 फीसदी की दर से बढ़ रही है. 80 साल या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों की संख्या 2017 में 137 मिलियन से बढ़कर 2050 में 425 मिलियन और 2100 में 909 मिलियन हो जाने का अनुमान है.
दुनिया में वृद्ध व्यक्तियों की संख्या 2030 में 1.4 अरब और 2050 में 2.1 अरब होने का अनुमान है और ये 2100 में बढ़कर 3.1 अरब हो सकता है. वहीं दुनियाभर में प्रजनन क्षमता 2010-2015 में प्रति महिला 2.5 बच्चों से गिरकर 2095-2100 में 2.0 हो जाने का अनुमान है. अनुमान है कि अफ्रीका में प्रजनन क्षमता 2010-2015 में प्रति महिला 4.7 बच्चों से गिरकर 2045-2050 में 3.1 हो जाएगी, जो 2095-2100 तक 2.1 से थोड़ा ऊपर के स्तर तक पहुंच जाएगी. 10-24 आयु वर्ग के युवा दुनिया की आबादी का लगभग 1.8 अरब हैं. उनमें से 90 फीसदी विकासशील देशों में रहते हैं. 15 साल से कम उम्र के बच्चे दुनिया के लगभग एक चौथाई निवासियों (26 फीसदी) का प्रतिनिधित्व करते हैं.

विश्व जनसंख्या दिवस: बढ़ती आबादी का दंश झेल रहे है विकासशील देश, आज ही मिलकर करें हम पहल
Topics
- Featured
- podcast
- technical
- अल्मोड़ा
- अल्मोड़ा
- उत्तरकाशी
- उत्तरकाशी
- उत्तराखंड
- उधमसिंह नगर
- उधमसिंह नगर
- एक नज़र इधर भी
- करियर
- कुमाऊं
- क्राइम
- क्रिकेट
- खुशखबरी
- खेल-खिलाड़ी
- गढ़वाल
- चंपावत
- चंपावत
- चमोली
- चमोली
- ज्योतिष
- टिहरी
- टिहरी
- टॉप कॉलेज
- टॉप स्कूल
- ताजा हलचल
- देश
- देहरादून
- देहरादून
- धर्म
- नैनीताल
- नैनीताल
- पर्यटन
- पर्यटन के आयाम
- पिथौरागढ़
- पिथौरागढ़
- पौड़ी
- पौड़ी
- प्रतिभा सम्मान
- प्राकृतिक आपदा
- फोटो गैलेरी
- बड़ी खबर
- बागेश्वर
- बागेश्वर
- बिजनेस
- मंथन
- मनोरंजन
- मौसम
- राजनीति
- राज्य-नीतिक हलचल
- रिजल्ट
- रिलेशनशिप
- रुद्रप्रयाग
- रुद्रप्रयाग
- लाइफस्टाइल
- लोकहित कार्य नीति
- विदेश
- वीडियो
- व्यवसाय की गति
- शिक्षा
- शिक्षा नीति
- स्कॉलरशिप
- स्वास्थ्य
- हरिद्वार
- हरिद्वार
- हरिद्वार
- हादसा
- होम
More
Popular Categories