भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में अपनी भावनाएं खुलकर साझा की हैं। 100 से अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले पुजारा इस समय भारतीय टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं, और उन्होंने इस स्थिति को लेकर अपनी निराशा जाहिर की है।
एक इंटरव्यू में पुजारा ने कहा, “जब आप भारत के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट खेल चुके हों और फिर भी टीम में ना हों, तो ये निराशाजनक होता है। आप खुद से सवाल पूछते हैं — क्यों? क्या कुछ और कर सकता था?” उन्होंने बताया कि इस दौर से गुजरना उनके लिए मानसिक रूप से बेहद कठिन रहा है, लेकिन उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी है।
पुजारा ने यह भी कहा कि वे घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और अभी भी भारतीय टीम में वापसी की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं को भी संदेश दिया कि निराशा के दौर में भी मेहनत और आत्मविश्वास ही सफलता की कुंजी होते हैं।
इस बयान से यह साफ है कि पुजारा का भारतीय टीम के लिए खेलने का जुनून आज भी उतना ही मजबूत है जितना पहले था।