उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश से मुनकटिया स्लाइडिंग जोन पर सड़क का 50 मीटर का खंड ध्वस्त हो गया, जिससे गौरीकुंड-मुनकटिया मार्ग बंद हो गया। इसके परिणामस्वरूप हजारों श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर फंस गए ।
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र और रेस्क्यू टीमें—SDRF, NDRF सहित—ने संयुक्त रूप से राहत ऑपरेशन शुरू किया। शुरुआती दौर में 1,489 श्रद्धालुओं की SDRF ने सुरक्षित निकाल कर सोनप्रयाग पहुंचाया, जिसमें 1,173 पुरुष, 270 महिलाएँ और 46 बच्चे शामिल थे । कुल मिलाकर अब तक 2,000 से अधिक यात्रियों को निकाला गया है ।
यात्रा मार्ग के बंद होने के कारण मुख्य मार्ग पर इमरजेंसी रेस्क्यू ट्रैक बनाया गया। अधिकारी जोखिमपूर्वक मलबा हटाते हुए वैकल्पिक रास्ते से तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने में जुटे रहे। पुलिस ने यात्रियों को दो से तीन दिनों तक यात्रा टालने की सलाह दी है, जब तक सड़क पूरी तरह से बहाल नहीं हो जाती ।
इस घटना के दौरान कोई मानव या जानवर की जान नहीं गई है, लेकिन सिस्टम पर दबाव बढ़ने और पहाड़ों में बढ़ते भूस्खलन के बीच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन सतर्क है। CM समेत राज्य की अधिकतम राहत टीम आंकड़ों पर नजर रखे हुए हैं।