देहरादून| अंकिता भंडारी हत्याकांड में एसआईटी ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली है. सोमवार (18 दिसम्बर ) को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी. अभी चार्जशीट अभियोजन कार्यालय को भेजी गई है. एसआईटी ने पांच सौ पन्नों की चार्जशीट में सौ गवाह बनाए हैं, जबकि 30 से अधिक दस्तावेजी सबूत शामिल किए गए हैं.
वहीं, वीआईपी के नाम पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. एडीजी वी मुरूगेशन ने बताया कि अंकिता भंडारी प्रकरण में एसआईटी ने अपनी पहले चरण की जांच पूरी कर ली है. इस मामले में अब तक रहस्य बने वीआईपी के नाम पर सवाल पूछे जाने पर एडीजी ने कहा कि गेस्ट हाउस में एक सूट (कमरे) को ही वीआईपी का नाम दिया गया है.
19 सितंबर को 2022 को यमकेश्वर के वनन्तर रिजॉर्ट से रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी लापता हो गई थी. 24 सितंबर को चीला पॉवर हाउस इनटेक में नहर से एसडीआरएफ ने अंकिता भण्डारी का शव बरामद किया था. इस मामले में पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर और अंकित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था.
पुलकित को मुख्य आरोपी बनाया गया था. रिजॉर्ट से अंकिता भंडारी को इन तीनों के साथ जाने और उसके बाद से नहीं देखे जाने की बात सामने आई थई. पूछताछ में इन तीनों ने अंकिता भण्डारी को चीला नहर कुनाउ पुल के पास धक्का देकर हत्या करने की बात बताई थी. मामले के खुलासे को लेकर डीआईजी कानून व्यवस्था पी. रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी टीम गठित की गई थी.
एडीजी वी मुरूगेशन बताया कि मामले से सम्बंधित गवाहों द्वारा विवेचना में दिए गये इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों और घटनास्थल से मिले इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य का एफएसएल परीक्षण कराया गया है. मामले में 90 दिन के भीतर ही चार्जशीट दाखिल की जा रही है. 22 दिसंबर को तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी को तीन माह पूरे हो रहे हैं और उसी दिन नार्को टेस्ट की सुनवाई भी है.