अमेरिका का बड़ा दावा, भारत और पाक के बीच एक बार फिर जंग छिड़ने के आसार

भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव को लेकर अमेरिका की ओर से एक बार फिर बड़ा बयान सामने आया है. दरअसल अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा कि हम लगातार भारत और पाकिस्तान पर नजर बनाए हुए हैं. ये दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं और ऐसे में इन गतिविधियों पर हमारी नजर है. यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम यानी सीज फायर जल्द खत्म हो सकता है. यानी दोनों देशों के बीच एक बार फिर जंग छिड़ने के आसार बनते दिख रहे हैं. ये दावा है अमेरिका के विदेश मंत्री का.

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को की मानें तो भारत और पाकिस्तान पर यूएस की ओर से हर अपडेट पर नजर रखी जा रही है. दोनों ही परमाणु संपन्न देश होने की वजह से फिर सीजफायर टूटने का खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में दोनों के बीच युद्ध हुआ तो क्षेत्रीय स्थिरता पर बड़ा खतरा मंडरा सकता है.

रूबियो ने अमेरिका के एक प्रमुख समाचार चैनल ‘एनबीसी न्यूज’ के ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में कहा कि युद्धविराम तब तक संभव नहीं है जब तक दोनों पक्ष एक-दूसरे पर गोलीबारी रोकने को राजी न हों. उन्होंने कहा, “रूस अब तक इस सिद्धांत से सहमत नहीं हुआ है और यही संघर्ष-विराम की सबसे बड़ी मुश्किल है इसे बनाए रखना मुश्किल होता है.”

रूबियो ने यह भी बताया कि अमेरिका सिर्फ भारत-पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि कंबोडिया-थाईलैंड और अन्य क्षेत्रों के बीच भी हालात पर निगरानी रख रहा है.

रूबियो का मानना है कि युद्ध-विराम कभी भी टूट सकता है, खासकर तब जब दुनिया पहले से ही यूक्रेन युद्ध जैसे संकट का सामना कर रही है. यही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि- “मुझे नहीं लगता कि कोई भी इस बात से असहमत होगा कि हमारा लक्ष्य एक स्थायी शांति समझौता हासिल करना है. ऐसा समाधान जिससे वर्तमान और भविष्य दोनों में युद्ध न हो.”

साक्षात्कार के दौरान रूबियो ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र करते हुए कहा कि ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सैन्य तनाव को शांत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. ट्रंप कई बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने दोनों देशों को युद्ध के कगार से वापस खींचा.

इसके साथ ही रूबियो ने ये भी कहा कि “हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ऐसा नेतृत्व है जो शांति को प्राथमिकता देता है. हमने यह प्रयास कंबोडिया-थाईलैंड, भारत-पाकिस्तान, रवांडा और डीआरसी जैसे क्षेत्रों में किए हैं. आगे भी अमेरिका वैश्विक स्तर पर शांति बनाए रखने के हर अवसर का उपयोग करता रहेगा.”

मार्को की मानें तो भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव न केवल उपमहाद्वीप के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है. अमेरिका की ओर से आया यह बयान इस बात का संकेत है कि वैश्विक शक्तियां इस संकट को गंभीरता से ले रही हैं. भविष्य में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए राजनयिक प्रयासों को और तेज करना होगा.

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