नहीं रहे चार बार इटली के प्रधानमंत्री रहे सिल्वियो बर्लुस्कोनी, अपनी रंगीन मिजाजी के लिए थे मशहूर

अरबपति मीडिया मुगल और इटली के पूर्व प्रधानमंत्री सिल्वियो बर्लुस्कोनी का सोमवार को निधन हो गया। इतालवी मीडिया ने यह जानकारी दी. वह 86 वर्ष के थे. बर्लुस्कोनी रंगीन पार्टियों और भ्रष्टाचार में शामिल होने के आरोपों के बावजूद सबसे लंबे समय तक इटली के प्रधानमंत्री रहे. कई सेक्स स्कैंडल में भी उनका नाम आ चुका था. पिछले कुछ सालों से वह हृदय रोग और कैंसर से पीड़ित थे.

कभी अपनी रंगीन मिजाजी के लिए अक्सर चर्चा में रहने वाले बर्लुस्कोनी के मीडियासेट टेलीविजन नेटवर्क ने अपने मुखपृष्ठ पर उनकी एक तस्वीर लगाई है जिसमें उन्हें मुस्कुराते हुए दिखाया गया है। मीडियासेट टेलीविजन नेटवर्क ने उनके निधन की सूचना देते हुए लिखा, बर्लुस्कोनी नहीं रहे.

बर्लुस्कोनी को रक्त कैंसर के इलाज के लिए बीते कुछ महीनों में दूसरी बार शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह वर्षों से हृदय रोग, प्रोस्टेट कैंसर से भी पीड़ित थे. वह 2020 में कोविड-19 की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए थे. कभी क्रूज शिप पर गाने वाले बर्लुस्कोनी ने अपने लंबे राजनीतिक करियर को शुरू करने के लिए अपने टेलीविजन नेटवर्क और अपार संपत्ति का इस्तेमाल किया.

प्रशंसकों के लिए, तीन बार के प्रधानमंत्री एक सक्षम और करिश्माई राजनेता थे जिन्होंने विश्व मंच पर इटली को ऊपर उठाने का प्रयास किया. वहीं, आलोचकों के लिए वह एक लोकलुभावनवादी थे, जिन्होंने खुद को और अपने व्यवसायों को समृद्ध करने के लिए एक उपकरण के रूप में राजनीतिक शक्ति का इस्तेमाल करके लोकतंत्र को कमजोर करने की स्थिति बनाई.

उनकी ‘फोर्जा इटालिया’ राजनीतिक पार्टी वर्तमान प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के साथ एक गठबंधन सहयोगी थी, जो पिछले साल सत्ता में आए एक धुर-दक्षिणपंथी नेता हैं, हालांकि उन्होंने सरकार में कोई पद नहीं संभाला था. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ उनकी दोस्ती ने यूक्रेन के कट्टर समर्थक मेलोनी के साथ उनके रिश्ते को मुश्किल में डाल दिया. पूर्व इतालवी प्रधानमंत्री के 86वें जन्मदिन पर (रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान) पुतिन ने बर्लुस्कोनी को शुभकामनाएं दीं और उन्हें वोदका भिजवाई. इसके बाद इतालवी नेता ने दावा किया कि उन्होंने इसके जवाब में पुतिन को इतालवी शराब भेजी थी.

बर्लुस्कोनी का जन्म 29 सितंबर, 1936 को मिलान में एक मध्यवर्गीय बैंकर के बेटे के रूप में हुआ था. उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की. उन्होंने 25 साल की उम्र में एक निर्माण कंपनी शुरू की और मिलान के बाहरी इलाके में मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए कई अपार्टमेंट का निर्माण कराया.




मुख्य समाचार

​अटारी-वाघा सीमा पूरी तरह बंद: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर

पहल्गाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकवादी हमले...

छत्तीसगढ़: एनएसएस कैम्प में छात्रों को नमाज पढ़ने पर प्रोफेसर गिरफ्तार, विवाद गहरा!

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय...

अप्रैल में GST कलेक्शन ने तोड़ा रिकॉर्ड, पहली बार ₹2.37 लाख करोड़ के पार

भारत सरकार ने अप्रैल 2025 में वस्तु एवं सेवा...

विज्ञापन

Topics

More

    छत्तीसगढ़: एनएसएस कैम्प में छात्रों को नमाज पढ़ने पर प्रोफेसर गिरफ्तार, विवाद गहरा!

    छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय...

    NEET-UG पेपर लीक का शक! 1,500 से ज्यादा फर्जी दावे, Telegram और Instagram पर NTA की नजर

    नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने NEET-UG 2025 परीक्षा से...

    Related Articles