नेपाल सरकार की ओर से फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और अन्य लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अस्थायी रूप से बैन करने के फैसले ने युवाओं को नाराज कर दिया है. नेपाल में सोमवार की सुबह से ही जेनरेशन Z का प्रदर्शन देखने को मिला. प्रदर्शन को उग्र होता देख नेपाल सरकार ने बैन तो हटा दिया लेकिन फिर भी जेनरेशन Z प्रदर्शन जारी रहा. वहीं कई सरकारी इमारतें जलाई गईं. कई नेताओं को पीटा गया. पीएम समेत कई मंत्रियों और राष्ट्रपति ने भी पद से इस्तीफा दिया.अब नेपाल में विद्रोह का तीसरा दिन है.
नेपाल में लगातार दो दिन चले हिंसक प्रदर्शन के बाद स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है. इस बीच खबर आ रही है कि नेपाल के सभी एयरपोर्ट बंद कर दिए गए हैं. ऐसे में सैकड़ो विदेशी पर्यटक फंस गए हैं. इनमें भारतीय भी बताए जा रहे हैं. हालांकि भारत हालातों पर सीधे नजर रखे हुए हैं और अलर्ट मोड पर है.
पड़ोसी देश नेपाल में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, उत्तर प्रदेश के डीजीपी राजीव कृष्ण ने नेपाल से सटे उत्तर प्रदेश के सभी सीमावर्ती जिलों में पुलिस को 24 घंटे हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दिए हैं.यूपी सरकार ने कहा है कि राज्य के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और गश्त व निगरानी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके.
पड़ोसी देश नेपाल में जेन जेड प्रदर्शनकारियों का तांडव जारी है. मंगलवार को नेपाल में प्रदर्शनकारियों ने कई बड़े नेताओं के आवास को आग के हवाले कर दिया. उग्र प्रदर्शन के बीच केपी शर्मा ओली सरकार के कई मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. मौजूदा हालात को देखते हुए नेपाल का त्रिभुवन इंंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद कर दिया गया है. पड़ोसी देश के हालातों पर भारत करीब से नजर रख रहा है.
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत, नेपाल में विरोध-प्रदर्शनों के दौरान कई नौजवानों की मौत से बेहद दुखी है और उसे उम्मीद है कि शांतिपूर्ण तरीके से मुद्दों का समाधान हो जाएगा. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि, “हम नेपाल के घटनाक्रम पर कल से ही करीब से नजर रख रहे हैं और इतने सारे नौजवानों की जान जाने से हमें गहरा दुख हुआ है.”