राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस वर्ष 20 जून से 16 जुलाई के बीच हिमाचल प्रदेश में संकेतक 109 लोगों की मौत हुई है—जिसमें से 64 बारिश‑संबंधित घटनाओं और 45 सड़क हादसों में गईं। भारी बारिश और भूस्खलनों के कारण राज्य में 226 मार्ग (रास्तों) अभी भी बंद हैं, जिनमें से कई राष्ट्रीय राजमार्ग भी शामिल हैं।
मुख्य रूप से मंडी और कांगड़ा ज़िले सबसे प्रभावित रहे। बिजली वितरण क्षेत्रों के 52 ट्रांसफॉर्मर बंद और 137 जल आपूर्ति योजनाएँ बाधित हुई। पशुधन और पक्षियों की भी भारी जनहानि हुई—1,228 मवेशी और 21,500 पोल्ट्री पक्षी मारे गए।
राज्य सरकार ने तुरंत राहत व बहाली कार्यों की शुरुआत की है। PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र को संसाधन आवंटित किए; गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र से अतिरिक्त मदद भी मांगी जाएगी । नागरिकों को सतर्क रहने और मौसम चेतावनी का पालन करने का आह्वान किया गया है।