भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए 32 देशों में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को भेजने की योजना बनाई है। यह मिशन 23 मई से शुरू होगा, जिसमें 59 राजनीतिक नेता शामिल हैं, जो विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
चयन रणनीति:
भू-राजनीतिक प्रभाव: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य और अन्य प्रमुख वैश्विक शक्तियाँ शामिल हैं, जिनका अंतरराष्ट्रीय मंचों पर महत्वपूर्ण प्रभाव है।
रणनीतिक साझेदार: वे देश जो भारत के साथ रक्षा, व्यापार या कूटनीतिक संबंधों में गहरे जुड़े हैं।
आतंकवाद से प्रभावित राष्ट्र: वे देश जो स्वयं आतंकवाद के शिकार रहे हैं और भारत के दृष्टिकोण के प्रति सहानुभूति रखते हैं।
इस्लामी राष्ट्र: मुस्लिम बहुल देश, जहाँ पाकिस्तान के प्रभाव को संतुलित करने की आवश्यकता है।
प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में 7-8 राजनीतिक नेता और पूर्व राजनयिक शामिल हैं, जो भारत की आतंकवाद विरोधी नीति और ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी साझा करेंगे। इस पहल का उद्देश्य वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करना और भारत की आतंकवाद के प्रति “शून्य सहिष्णुता” नीति को स्पष्ट करना है।