रूस के कैम्चात्का प्रायद्वीप से लगभग 74 किलोमीटर पूर्व में 30 जुलाई 2025 को सुबह दस बजे के करीब एक शक्तिशाली 8.8 तीव्रता का भूकंप आया, जो पिछले 70 वर्षों में इस क्षेत्र में सबसे तेज़ दर्ज किया गया भूकंप माना गया है । भूकंप की वजह से सिवेरो‑कुरिल्स्क में सुनामी की पहली लहर पहुंची, जिससे वहां के निवासियों को सुरक्षित ऊँची जगहों पर भेजा गया।
जापान में भी पेसिफिक तट के कई इलाकों—जैसे होक्काइडो, आइबाराकी, चिबा और अन्य क्षेत्रों—में evacuation advisories जारी की गई और सरकार ने तटीय इलाकों में रहने वालों से तुरंत ऊँचाई पर जाने का निर्देश दिया। जापानी मौसम विभाग ने कहा कि हाल में हो चुकी पहली लहरें लगभग 40 सेंटीमीटर ऊंची पाई गईं, लेकिन आगे लहरें और तेज़ हो सकती हैं ।
अमेरिका में हवाई, अलास्का, और पश्चिमी तटों को चेतावनी के दायरे में रखा गया हैं। होनोलूलू में “destructive tsunami waves expected” की चेतावनी के बीच तटीय क्षेत्रों में रहने वालों को चार मंज़िला इमारतों के ऊपरी हिस्सों में जाने या ऊँचे इलाकों पर शिफ्ट करने को कहा गया। अमेरिका की पश्चिमी तट (कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन), अलास्का और कनाडा की ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में भी tsunami advisories जारी की गई हैं।
रूस में भूकंप से भवनों को नुकसान हुआ और कुछ लोग मामूली चोटें भी आईं। प्रभावित क्षेत्रों में अंधड़ नौसैनिक बंदरगाह एवं मछली प्रसंस्करण प्रतिष्ठान प्रभावित हुए; हालांकि अभी तक कोई बड़े हादसे की सूचना नहीं मिली है ।
विश्लेषकों के अनुसार यह बेमेल रूप से बढ़ने वाली महान लहरें (wraparound waves) प्रभावित क्षेत्रों में कई लहरों के रूप में फैल सकती हैं, जिनमें जोखिम लगातार बना रहेगा — जो इसे एक अत्यंत गंभीर और सतर्क रहने योग्य स्थिति बनाती है ।