सेना प्रमुख जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने जम्मू में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान असाधारण साहस और ऑपरेशनल दक्षता के लिए सीमा सुरक्षा बल (BSF) की सहायक कमांडेंट नेहा भंडारी को ‘कमांडेशन डिस्क’ से सम्मानित किया। नेहा भंडारी ने पाकिस्तानी सीमा के पास स्थित अग्रिम चौकी की कमान संभाली और अपनी टुकड़ी के साथ तीन दुश्मन चौकियों को प्रभावी जवाब देकर निष्क्रिय किया। उनकी बहादुरी और नेतृत्व क्षमता ने ऑपरेशन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
नेहा भंडारी उत्तराखंड से हैं और वे तीन पीढ़ियों से सुरक्षा बलों से जुड़ी हुई हैं। उनके दादा भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं, जबकि उनके माता-पिता केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में कार्यरत हैं। नेहा ने कहा कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी टुकड़ी के साथ तैनात रहकर गर्व महसूस होता है।
साथ ही, छह महिला कांस्टेबलों ने भी अग्रिम सीमा चौकियों पर बंदूक की स्थिति संभाली और दुश्मन की चौकियों पर लगातार गोलीबारी की, जिससे उनकी साहसिकता और समर्पण को दर्शाया गया।
इस सम्मान से महिला अधिकारियों की भूमिका और साहस को मान्यता मिलती है, जो भारतीय सुरक्षा बलों की शक्ति और विविधता को प्रदर्शित करता है।