पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हालिया ‘वन नेशन, वन हसबैंड’ बयान को लेकर राजनीतिक विवाद तेज हो गया है। मान ने इस बयान के माध्यम से एक राष्ट्र में एक पति की अवधारणा को लेकर चर्चा शुरू की थी, जिसका मकसद सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना बताया गया था। हालांकि, यह बयान भाजपा समेत कई राजनीतिक दलों और समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा आलोचना का विषय बना।
भाजपा ने इस बयान को ‘नेतृत्व का वेश धरती अश्लीलता’ करार देते हुए कहा कि इस प्रकार के बयान राजनीति की गरिमा को चोट पहुंचाते हैं और जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस तरह की विवादित भाषा से बचना चाहिए और जनता के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए।
वहीं, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने भगवंत मान के बयान का समर्थन करते हुए इसे सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने की कोशिश बताया। उनका कहना है कि ऐसे बयान समाज में व्याप्त पितृसत्तात्मक मानसिकता पर प्रश्न उठाने के लिए जरूरी हैं।
इस विवाद के बीच पंजाब की राजनीति में गरमाहट बनी हुई है और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीतियों को सुदृढ़ कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बयान ने पंजाब की राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है, जो आने वाले समय में और भी तेज हो सकती है।