उत्तराखंड के चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में गत गुरुवार (28 अगस्त 2025) देर रात दो अलग-अलग क्लाउडबर्स्ट (जलप्रलय) की घटनाएँ हुईं। रुद्रप्रयाग जिले के बसुकेदार तहसील के बरेथ डूंगर टोक क्षेत्र और चमोली जिले के देवल क्षेत्र में भारी बारिश के कारण मलबा बहकर कई परिवारों को दबा दिया गया, जिससे कई लोग फँस गए और कुछ घायल भी हुए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं और वे स्वयं लगातार अधिकारियों से संपर्क में हैं।
चमोली के देवल में दो लोग लापता बताए गए हैं और कई पशु भी मलबे में दबे हैं। वहीं, रुद्रप्रयाग में पानी की तेज़ बहाव के साथ कई गाँव प्रभावित हुए और सड़कों पर मलबा आने से यातायात बाधित हुआ है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की चेतावनी दी है और राहत शिविरों एवं विभिन्न एजेंसियों से बचाव कार्य सक्रिय रूप से चल रहे हैं।
कुल मिलाकर, वर्तमान स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, क्योंकि मलबा बहाव ने जनजीवन और आधारभूत संरचनाओं को बुरी तरह प्रभावित किया है, और लापता व्यक्तियों की जान का अभी तक पता नहीं चल पाया है।