देश में 7 मई 2025 को एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया, जब 1971 के बाद पहली बार पूरे भारत में एकसाथ राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल (Mock Drill) आयोजित की गई। इस ड्रिल का उद्देश्य आपात स्थितियों, प्राकृतिक आपदाओं और आतंकी हमलों जैसे संकटों के समय देश की तैयारी की जांच करना था।
गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के दिशा-निर्देशों के तहत यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई, जिसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने भाग लिया। स्कूलों, अस्पतालों, सरकारी कार्यालयों, रेलवे स्टेशनों और भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थलों पर आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए रिहर्सल की गई।
इस दौरान लोगों को बताया गया कि किसी आपदा के समय कैसे सुरक्षित रहना है, कहाँ जाना है और किस प्रकार की सहायता उपलब्ध होगी। इसके अलावा राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता का भी मूल्यांकन किया गया।
यह पहल न केवल नागरिकों को जागरूक करने के लिए थी, बल्कि यह यह भी दिखाने के लिए थी कि भारत अब आपात स्थितियों से निपटने में पहले से कहीं अधिक तैयार है। यह ड्रिल सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।