प्रवर्तन निदेशालय ने 7 अगस्त 2025 को झारखंड, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में कुल 12 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई एक बड़े ₹750 करोड़ का नकली ITC (इनपुट टैक्स क्रेडिट) घोटाले की जांच के तहत की गई है, जिसमें शिकंजे में मुख्य संगठन ₹730 करोड़ खर्च से जुड़े हैं ।
घोटाले की शुरुआत शिव कुमार देओरा नामक कथित मास्टरमाइंड की मई 2025 में गिरफ्तारी और चार्जशीट के साथ हुई थी। वर्तमान छापेमारी जांच के दौरान मिले नए साक्ष्यों के आधार पर की गई है, जिसमें कई नई कंपनियों और बजट नेटवर्कों की पहचान हुई है ।
ED का मानना है कि इस पूरे नेटवर्क ने कुल ₹14,325 करोड़ की नकली GST इनवॉइस बनाई और ₹730–₹800 करोड़ से अधिक ITC दावा किया । कार्रवाई के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और संदिग्ध वित्तीय रास्तों से जुड़े सबूत जब्त किए गए हैं ।
इस फ़्रॉड में झारखंड के Ranchi, Jamshedpur और पश्चिम बंगाल के लोकेशनों के अलावा महाराष्ट्र के स्थान भी शामिल हैं। ED अधिकारियों ने कहा है कि आगे की जांच में प्रमुख पेशेवरों और कथित लाभार्थियों की पहचान की जाएगी, साथ ही मनी लॉन्डरिंग एक्ट (PMLA) के तहत चल रही कानूनी कार्यवाही जारी रहेगी।