सरकार ने जीवन और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी पर GST पूरी तरह से समाप्त करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है, जो आम जनता — विशेषकर मध्यम एवं निम्न आय वर्ग — के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा। यह सुविधा 22 सितंबर से लागू होगी, जब दो GST स्लैब की नई प्रणाली — केवल 5% और 18% — लागू की जाएगी और 12% व 28% स्लैब को समाप्त किया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस कदम को एक लाभकारी सुधार करार दिया, बताते हुए कि इसका उद्देश्य चिकित्सा महंगाई से जूझ रहे लोगों को राहत देना और बीमा के दायरे को बढ़ाना है। दूसरी ओर, विपक्षी दलों ने भी इस फैसले को वोट बैंक आकर्षण का अवसर बताते हुए राजनीतिक स्वीकृति लेने की होड़ तेज कर दी है।
मार्केट प्रतिक्रिया में बीमा कंपनियों के शेयरों में उछाल दिखा: Star Health, LIC, HDFC Life, ICICI Lombard जैसे प्रमुख नामों के शेयर लगभग 5–9% तक बढ़ गए, जिससे यह संकेत मिलता है कि निवेशक इस निर्णय को प्रॉफिटेबिलिटी और ग्राहक वृद्धि के लिहाज़ से मददगार मान रहे हैं। हालांकि, HSBC की रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि बीमा कंपनियों को अस्थायी रूप से लाभ मार्जिन का नुकसान उठाना पड़ सकता है, क्योंकि अब उन्हें इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) का लाभ नहीं मिलेगा।
इस तरह, इस नीति ने न केवल आम व्यक्ति को आर्थिक राहत दी है बल्कि बीमा क्षेत्र में प्रतिस्पर्द्धी माहौल और व्यापक सहभागिता भी बढ़ाने की राह खोली है।