एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) ने सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण खुलासा किया है कि गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर जब्त किए गए 2,988 किलोग्राम हेरोइन के संबंध लश्कर-ए-तैयबा (LeT) आतंकवादी संगठन से जुड़े हैं। यह हेरोइन एक कंटेनर में छिपाकर तस्करी के जरिए भारत लाया गया था। एनआईए ने कोर्ट को बताया कि यह ड्रग्स तस्करी आतंकवाद को फंडिंग करने के लिए की जा रही थी और इसके माध्यम से लश्कर-ए-तैयबा को वित्तीय सहायता पहुंचाई जा रही थी।
इस मामले की जांच के दौरान एनआईए ने पाया कि हेरोइन की तस्करी पाकिस्तान से की जा रही थी और इसे अफगानिस्तान से भी तस्करी के रास्ते भेजा गया था। मुंद्रा पोर्ट पर कस्टम अधिकारियों द्वारा जब्त की गई इस खेप की कीमत लगभग 21,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है। एनआईए ने इस मामले को लेकर कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है और आतंकवाद के फंडिंग नेटवर्क की जांच कर रही है।
एनआईए के अनुसार, यह जब्ती आतंकवाद से लड़ने में एक अहम कदम है, क्योंकि यह साबित करता है कि ड्रग्स की तस्करी आतंकवाद की गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय स्रोत बन चुकी है। एनआईए अब इस मामले में विस्तृत जांच कर रही है और अन्य संभावित साजिशों को भी उजागर करने की कोशिश कर रही है।