हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने 11 सितंबर 2025 को अमेरिका से GE-404 इंजन की तीसरी खेप प्राप्त की, जिससे तेजस Mk1A लड़ाकू विमान परियोजना में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। इससे पहले, इंजन आपूर्ति में देरी के कारण इस स्वदेशी लड़ाकू विमान की उत्पादन प्रक्रिया प्रभावित हुई थी। हालांकि, अब इंजन आपूर्ति में सुधार होने से HAL ने अक्टूबर 2025 में भारतीय वायुसेना (IAF) को पहले दो तेजस Mk1A विमान सौंपने की योजना बनाई है।
इन विमानों की डिलीवरी की शर्त है कि वे आगामी शस्त्र परीक्षणों में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण हों। इन परीक्षणों में एस्ट्रा बीवीआरएएएम, उन्नत शॉर्ट-रेंज एयर-टू-एयर मिसाइलें और लेजर-गाइडेड बमों की एकीकरण क्षमता की जांच की जाएगी। इसके अलावा, इजरायली मूल के ELM-2052 रडार और विमान के फायर कंट्रोल सिस्टम के साथ संगतता भी सुनिश्चित की जाएगी।
तेजस Mk1A विमान HAL की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसकी डिलीवरी भारतीय वायुसेना की परिचालन तत्परता को बढ़ाएगी।