हिमाचल-उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन से तबाही, चारधाम यात्रा रुकी, स्कूल बंद

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की तीव्रता बढ़ने से आज फिर से बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएँ दर्ज की गईं। हिमाचल में मंडी जिला विशेष रूप से प्रभावित है—बीएएस नदी उफान पर, मणाली-मंडी राजमार्ग पर कई जगह भूस्खलन से अवरोध, और इमारतों/सड़कों को क्षति पहुँचने की खबर है। IMD ने कई जिलों में रेड अलर्ट जारी किया, जिससे स्कूल—कांगड़ा, मंडी, सिरमौर, सोलन में—आज बंद रहे।

उत्तराखंड में भी हालात भयावह हैं। उत्तरकाशी में क्लाउडबर्स्ट के साथ भारी बारिश से चारधाम यात्रा अस्थायी रूप से स्थगित की गई। लगभग 72 मार्ग बंद, चारों ओर भू-भाग कटाव के चलते लगभग 40,000 लोग संपर्करहित रह गए। देहरादून आपदा केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, जून माह में बारिश से 65 लोगों की मौत हुई—दो गुना वृद्धि, जिसमें भूस्खलन और फ्लैश फ्लड प्रमुख कारण रहे । इसके अलावा, उत्तरकाशी में एक क्लाउडबर्स्ट में दो श्रमिकों की मृत्युभयकर स्थिति, वहीं सात अन्य लापता हैं।

सुरक्षा उपायों के अंतर्गत एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के साथ स्थानीय प्रशासन ने बचाव अभियान तेज कर दिया है। IMD ने हिमाचल के साथ-साथ ऊटी, मंडी, कांगड़ा, सोलन समेत कई जिलों में मॉनसून अलर्ट जारी किया है ताकि संभावित आपदाओं से बचा जा सके ।

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