भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 4 जुलाई से 19 जुलाई तक 15-दिन का भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें कई राज्यों में तेज बारिश, बाढ़ व भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में विशेष रूप से 5 से 9 जुलाई के बीच अत्यधिक वर्षा की संभावना जताई गई है, जिससे जलभराव और भूस्खलन का जोखिम रहेगा । दिल्ली, मुंबई, देहरादून समेत पश्चिमी और पूर्वी भारत के कई हिस्सों में भी तेज बारिश हो सकती है, जिससे शहरों में जलजमाव और यातायात बाधित हो सकता है ।
मुंबई व मध्य महाराष्ट्र में 6–7 जुलाई को 21 सेमी से ऊपर की अत्यधिक बारिश की चेतावनी है, जबकि कोकण, गोवा, गुजरात, पूर्व मध्य प्रदेश, ओडिशा व मेघालय में भी वज्रपात व तेज हवाओं के बीच बारिश का अलर्ट है। समुद्री इलाकों में अरब सागर व बंगाल की खाड़ी के तटों पर तूफानी हवाओं और मोटे समुद्र की संभावना है, जिससे मत्स्यवीरों को अंदेशा है ।
IMD का कहना है कि यह मौसम मॉनसून की सक्रियता के चलते है, और जुलाई 2025 में औसत वर्षा 106% से अधिक रहने की संभावना है । नागरिकों और स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने, नदी‑नालों के किनारों से दूर रहने तथा आपदा‑प्रबंधन की तैयारी रखने की सलाह दी गई है।