मध्य प्रदेश सरकार की नवीनतम जानकारी के अनुसार राज्य में मौसमी बारिश व बाढ़ की विभीषिका के चलते अब तक कुल 252 लोगों की मौत हुई है। इसमें से 132 लोग नदियों और नालों में डूबने से, 60 लोग बिजली गिरने से, 47 सीधे बारिश से और 13 लोग घर, दीवार या पेड़ गिरने जैसी घटनाओं में हताहत हुए हैं।
सड़कों व इन्फ्रास्ट्रक्चर को व्यापक क्षति पहुंची है — 254 ग्रामीण सड़कें व पुल टूट गए, जबकि 128 मकान पूरी तरह ध्वस्त और 2,333 मकानों को आंशिक नुकसान हुआ। 3,628 लोगों को सुरक्षित निकालकर 53 राहत शिविरों में रखा गया, जहाँ भोजन, जल और दैनिक आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था की जा रही है।
सरकार ने कुल ₹3,600 करोड़ राहत निधि की घोषणा की है, जिसमें से ₹28.49 करोड़ तत्काल राहत में वितरित कर दिए गए हैं। NDRF, SDRF व सेना की टीमें प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव कार्यों में तैनात हैं, जबकि 111 त्वरित प्रतिक्रिया टीमों और 259 संवेदनशील जोन पर निगरानी रखी गई है।
राज्य में अब तक 711.3 mm बारिश दर्ज की गई है, जो औसत से लगभग 59% अधिक है; राज्य के 40 जिलों में बारिश सामान्य से ऊपर रही है।