मध्यप्रदेश सरकार ने ग्रामीण विकास को नया आयाम देने के लिए 2,000 से ज्यादा आबादी वाले गांवों को आदर्श–गांव (Model Village) बनाने की योजना शुरू की है। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि इस पहल के तहत प्रत्येक संभाग से पांच- पांच गांवों का चयन हुआ है — इनमें इंदौर का परवलिया, उज्जैन का चिंतामन जवासिया, ग्वालियर का बदरवास, जबलपुर का बरमान और सागर का मड़ियादो शामिल हैं ।
यह योजना ग्रामीण और अर्ध‑शहरी क्षेत्रों में संतुलित विकास सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मास्टर प्लान के अनुसार इन गांवों में सड़क, जल‑संरचना, शिक्षा केंद्र, स्वास्थ्य सुविधाएं, डिजिटलीकरण और स्वच्छता जैसे कई आधारभूत ढाँचे विकसित किए जाएंगे । इसके अलावा, यह पायलट मॉडल अन्य गांवों के लिए रोडमैप तैयार करेगा, जिससे इसे बड़े पैमाने पर लागू करना आसान हो सकेगा ।
सरकार का उद्देश्य है कि विकास की लहर इन मॉडल गांवों से शुरू होकर आस-पास के अर्ध‑शहरी इलाकों तक पहुंचे। परे यह भी बताया गया कि इस योजना से ग्रामीण रोजगार, कृषि‑आधारित व्यवसाय, और सामाजिक सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है ।
अब सरकार विभागीय और तकनीकी विशेषज्ञों के साथ मिलकर इन गांवों के मास्टर प्लान तैयार करने में जुटी है, ताकि अगले चरण में प्रदेश के अन्य इलाकों में इसे विस्तार दिया जा सके।