प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने इसे हमारी समग्र भलाई की नींव बताते हुए कहा कि यह दिन हमें दूसरों के प्रति करुणा और सहानुभूति दिखाने की आवश्यकता की याद दिलाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हमारे समग्र भलाई का एक मूलभूत हिस्सा होने की याद दिलाने वाला एक शक्तिशाली संकेत है। इस तेज़-तर्रार दुनिया में, यह दिन दूसरों के प्रति करुणा दिखाने और उन्हें बढ़ाने के महत्व पर जोर देता है।”
उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर खुली बातचीत को मुख्यधारा में लाने की आवश्यकता पर बल दिया और इस क्षेत्र में कार्यरत सभी लोगों की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा, “आइए हम सामूहिक रूप से ऐसा वातावरण बनाने के लिए काम करें जहां मानसिक स्वास्थ्य पर बातचीत मुख्यधारा में आए।”
इस वर्ष की विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम ‘आपदा या आपातकाल की स्थिति में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच’ है, जो मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच पर ध्यान केंद्रित करती है।
भारत सरकार ने मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई पहलें की हैं, जैसे कि टेली-मनोस, जो 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मानसिक स्वास्थ्य परामर्श प्रदान करता है। इसके अलावा, 47 सरकारी मानसिक अस्पताल और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के तहत मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध हैं।