रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 11 मई 2025 को लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइल एकीकरण और परीक्षण सुविधा का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। यह सुविधा उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे का हिस्सा है और इससे 25,000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस को केवल एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारतीय सशस्त्र बलों की ताकत, शत्रु के लिए निवारक शक्ति और सीमाओं की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का संदेश बताया। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के शब्दों का हवाला देते हुए कहा, “जब तक भारत दुनिया के सामने खड़ा नहीं होता, कोई भी हमारी इज्जत नहीं करेगा; इस दुनिया में डर का कोई स्थान नहीं है, केवल ताकत को ही सम्मान मिलता है।”
इस अवसर पर उन्होंने “मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड” नीति को आगे बढ़ाने की बात की और कहा कि भारत अब दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है। उन्होंने यह भी कहा कि इस सुविधा के उद्घाटन से भारत की शक्ति और आत्मनिर्भरता में और वृद्धि होगी।